बॉलीवुड फिल्मों को लेकर आम तौर पर समाज में दो तरह की धाराएं दिखाई देती है. जिनमें कुछ लोग जहां बॉलीवुड इंडस्ट्री को समाज के विकास का परिचायक मानते हैं तो वही दूसरा पक्ष इसे मात्र अश्लीलता और पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा देने वाला एक जरिया मानता है.
आज आपके साथ शेयर करते हैं लोगों में प्रचलित बॉलीवुड के कुछ गंदे सच -
- परिवारवाद या नेपोटिज्म बॉलीवुड का एक स्याह पक्ष है. निश्चित रूप से आप यह मान कर चलिए की एक सितारा वहीं बनेगा जिसका परिवार इस इंडस्ट्री में राज करता आया है. एक आम आदमी के लिए बॉलीवुड में एंट्री काफी दुष्कर है.
- अच्छी बॉडी बनाने के लिए अभिनेता और अभिनेत्रियां किसी भी हद तक जा सकते हैं आप समझ सकते हैं किसी भी हद तक.
- जिन अभिनेत्रियों को आप फिल्मों में देखते हैं यकीन मानिए यह सब इतनी खूबसूरत नहीं है बल्कि यह सब कॉस्मेटिक्स का किया हुआ कमाल है.
- बॉलीवुड में शामिल होने वाली नई अभिनेत्रियां इसके लिए कुछ भी कर सकती है यहां तक कि वे शारीरिक संबंध बनाने से भी पीछे नहीं हटती. इसके बावजूद भी क्या आगे भी सफल हो पाएंगे इसका कोई प्रमाण नहीं होता है.
- बॉलीवुड सितारों के लिए एक आम आदमी जैसे जिंदगी जीना असंभव है. उनके लिए ग्लेमर ही सब कुछ होता है. वह समाज के सामने अथवा मीडिया सोशल मीडिया पर जो भी एक्टिविटी दिखाते हैं वह सिर्फ और सिर्फ ज्यादा से ज्यादा प्रसिद्धि पाने के लिए.
- हालांकि, आप एक पक्ष यह भी मानिए कि सभी सितारों के कैरेक्टर पर सवाल नहीं उठाया जा सकता.
- आज भी कई ऐसे सितारे हैं जो न सिर्फ फिल्म चयन में सावधानी बरतते हैं बल्कि सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं.
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